अमेरिका ने इक्वाडोर के दो गिरोहों को विदेशी आतंकी संगठन घोषित किया, जाने वह दोनों कौन संगठन है…….

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न्यूयार्क। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने गुरुवार को घोषणा की कि संयुक्त राज्य अमेरिका ने इक्वाडोर के दो कुख्यात गिरोहों ‘लॉस लोबोस’ (Los Lobos) और ‘लॉस चोनेरोस’ (Los Choneros) को विदेशी आतंकी संगठनों की सूची में शामिल कर लिया है। यह कदम ट्रंप प्रशासन की ओर से ड्रग कार्टेल्स और आपराधिक गिरोहों पर सख्ती की नई कड़ी मानी जा रही है।

रुबियो इक्वाडोर की राजधानी क्विटो पहुंचे, जहां उन्होंने नेताओं से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह कदम अमेरिका और इक्वाडोर की सरकारों को इन गिरोहों पर मिलकर कार्रवाई करने के कई विकल्प देगा, जिनमें इनके नेताओं को मार गिराना, अमेरिका में इनके संपत्तियों और बैंक खातों पर कार्रवाई करना और खुफिया जानकारी साझा करना शामिल है। उन्होंने इन गिरोहों को “दरिंदे, आतंकवादी” बताते हुए कहा, “अब हम सिर्फ नावों पर ड्रग डीलरों को पकड़ने की कोशिश नहीं करेंगे, बल्कि राष्ट्रपति (ट्रंप) ने युद्ध छेड़ने की बात कही है क्योंकि ये गिरोह 30 साल से हम पर युद्ध कर रहे हैं और अब तक किसी ने जवाब नहीं दिया।”

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इस घोषणा से पहले अमेरिकी सेना ने हाल ही में वेनेज़ुएला के गिरोह ‘ट्रेन डे अरागुआ’ के कथित ड्रग-तस्करों के जहाज पर हमला कर 11 लोगों को मार गिराया था। यह कदम लैटिन अमेरिकी देशों में चर्चा और चिंता का विषय बना हुआ है। कई देशों ने अमेरिका को चेताया है कि सैन्य हस्तक्षेप बढ़ाना उल्टा असर डाल सकता है।

इक्वाडोर हाल के वर्षों में नशीले पदार्थों की तस्करी का बड़ा ठिकाना बन गया है। यहां केले के निर्यात वाले कंटेनरों का इस्तेमाल मादक पदार्थों की तस्करी के लिए किया जाता है। मेक्सिको, कोलंबिया और बाल्कन देशों के कार्टेल भी यहां सक्रिय हैं। लॉस लोबोस और लॉस चोनेरोस जैसे गिरोह न सिर्फ ड्रग तस्करी बल्कि सुपारी किलिंग, वसूली और जेलों के अंदर भी हिंसा के लिए कुख्यात हैं। 2021 से अब तक जेलों में सैकड़ों कैदियों की हत्या हो चुकी है।इक्वाडोर के राष्ट्रपति डेनियल नोबोआ ने अमेरिका का आभार जताते हुए कहा कि यह कदम उनके देश में आतंकी खतरों को खत्म करने में मदद करेगा।

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